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"यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:"
Jayoti Vidyapeeth Women’s UniversitY (JVWU)
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#JVMantra (#GreenClean & #Happiness Day Celebrated on 21.1.2020

#JVMantra (#Green #Clean & #Happiness Day Celebrated on 21.1.2020

मंगलवार को ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय के परिवेश में पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ छात्राओं के मन-मस्तिष्क को प्रफुल्लित करने के लिए एक नई पहल की शुरूआत की। इसके अन्तर्गत आज विश्वविद्यालय परिसर में जेवी-मंत्रा मंथली सेलिब्रेशन डे का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर विश्वविद्यालय की चेयरपर्सन माननीया जे.वी.एन. विदुषी गर्ग जी ने जे.वी. मंत्रा कार्यक्रम का शुभारम्भ (#Air Purifier ) ''#केनपाम'' के पौधौं को छात्राओं, अधिकारीगणों , शिक्षकगणों एवं कर्मचारियों को सौंपकर किया जिन छात्राओं, शिक्षकगणों एवं कर्मचारियों ने इन पौधों के संरक्षण और संवर्धन की जिम्मेदारी ली और उनके द्वारा (#Air Purifier ) ''केन पाम'' के पौधौं को गोद लिया गया उन सभी को #GreenSakhi (ग्रीन सखी) और #GreenSakha (ग्रीन सखा) के नाम की उपाधि दी गयी । इस अवसर पर माननीया चेयरपर्सन जी ने प्रत्येक माह की 21 तारीख को ने जेवी- मंत्रा मंथली सेलिब्रेशन डे नाम से मनाने की घोषणा भी की। गौरतलब है कि 21 अप्रैल, 2008 को विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस होता है इसी को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक माह की 21 तारीख को #जेवी-मंत्रा मंथली #सेलिब्रेशनडे मनाने की घोषणी की गई है।तो वहीं विश्वविद्यालय के माननीय संस्थापक और सलाहकार जे.वी.एन माननीय डॉ. पंकज गर्ग जी ने उपस्थित समस्त छात्राओं शिक्षकगणों एवं कर्मचारियों को जेवी मंत्रा कार्यक्रम को आरम्भ करने के उद्देश्यों को विस्तार से बताते हुए कहा कि जेवी मंत्रा- वास्तव में जीवन जीने का मंत्र है इसे हम सभी को आत्मसात करके स्वयं और अपने परिवेश को ग्रीन-क्लीन और हैप्पी रखना चाहिए। परिवेश में हरियाली बनाये रखने के लिए हम जेवी-मंत्रा के अन्तर्गत तीनों घटकों (कम्पोनेंट्स) में वृद्धि के लिए प्रत्येक माह की 21 तारीख को सर्वप्रथम ग्रीनरी हेतु एक पौधा लगायेंगे और उसकी उचित देखरेख भी करेंगे और क्लीन-करने के लिए छात्राएं और स्टाफ अपने रूम, हॉस्टल, क्लास, लेब और लाइब्रेरी के साथ विश्विद्यालय परिसर केको साफ़ सुथरा बनाये रखने का प्रयास करेंगे तो वहीं हैप्पीनेस हेतु छात्राएं अपने गुरुजनों का अभिवादन हाथ जोड़कर (नमस्ते) कर और शिक्षकगण बच्चों को मुस्कराते हुए खुशहाल रहने का आशीर्वाद देंगे। साथ ही किसी भी तरह की टेंशन को दूर करने के लिए छात्राएँ एक-दूसरे से मिलें तो हंसते-मुस्कराते हुए मिलें और एक दूसरे से क्षमा दान भी मांगें। खुशहाली (हैप्पीनेस) के लिए के लिए स्टाफ कोई भी क्रीएटिव एक्टिविटी कराएं जिससे छात्राओं के मन-मस्तिष्क में प्रसन्नता बनी रहे और उनका मानसिक विकास उचित तरीके से होता रहे।
इस अवसर पर पुराने कपड़ों के बदले कपड़े के थैले (बैग्स) भी वितरित किये गये इसके साथ-साथ किसी भी अनुपयोगी प्लास्टिक युक्त पात्र (प्लास्टिक आदि का डिब्बा) जिसमें पौधों को रोपा जा सके उनके बदले प्लास्टिक की बोतलों में स्थानीय जलवायु में स्थानीय मिट्टी और स्थानीय पानी का उपयोग करके स्थानीय पौधे रोपकर छात्राओं शिक्षकगणों एवं कर्मचारियों को दिए गए ।
विश्वविद्यालय में चल रहे पुनर्जन्म स्टार्ट अप को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने झड़ते सिर के बालों का उचित उपयोग भी खोज निकाला है इसके अन्तर्गत पौधों के पात्रों में गिरे हुए बालों को पौंधो को
पोषण प्रदान करने हेतु नियमित तौर पर डाला जायेगा इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा “आसमानी रंग –Sky blue” रंग के डस्टबिनों को विश्वविद्यालय परिसर के कई स्थानों में स्थापित किया गया हैं ताकि झड़ते सिर के बालों को पौंधो को पोषण प्रदान करने हेतु एकत्र किया जा सके ।
इसके अलावा विश्वविद्यालय में समस्त स्टाफ के लिए कुरिकुलम आउटलेट्स की सुविधा भी दी जायेगी जिसके माध्यम से कोई भी अपने सम्बन्धित डिपार्टमेंट या व्यक्तिगत रूप से अपने किसी प्रोडक्ट को या इनोवेटिव आइडिया को डेवलेप करें इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी और जब आपका प्रोडक्ट वैल्यूबल होगा उस प्रोडक्ट को आगे तक ले जाना हो तो तो भारत सरकार की ओर से भी ग्रांट की व्यवस्था की गई है। जेवी-मंत्रा सेलिब्रेशन डे के दौरान विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारीगण, शिक्षकगण एवं विश्वविद्यालय की छात्राएं भी उपस्थित रहीं। जेवी-मंत्रा सेलिब्रेशन डे को सफल बनाने में ''ज्योति संघ'' टीम का योगदान उल्लेखनीय रहा।

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